Thursday 11 March 2021

हमशक्ल भाभी

 

हमशक्ल भाभी

अमन के भैया की शादी हुई थी भाभी बहुत ही सुंदर थी और बहुत ही सुशील लड़की थी वह पढ़ी-लिखी भी थी पर उनमें घमंड एक पैसे का भी नहीं था। भाभी जिस कॉलेज में पढ़ती थी उसी कॉलेज में सुशील भी पढ़ता था। भाभी उससे 2 साल सीनियर थी सुशील बीएससी का थर्ड ईयर कर रहा था और भाभी m.a. कर रही थी। जब भाभी शादी करके घर पर आई तो उन्होंने सुशील को पहचान लिया अब वह सुशील को अपना देवर और साथ में अपना दोस्त भी मानती थी। जिस दिन शादी करके भाभी घर आई। घर में सब लोग नाच गा रहे थे उसी में भारतीय जल्दी से सीढ़ियां उतर रही थी तो उनके पैर में मोच आ गई थी पर उन्होंने किसी को बताया नहीं। अगले दिन मैंने घर में मुंह दिखाई का प्रोग्राम रखा था और भाभी को पता था कि मुंह दिखाई में कुछ औरतें दुल्हन से नाचने को भी कहती हैंI
इसलिएभाभी कुछ घबरा रही थी इसलिए उन्होंने सुशील को बुलाकर कहा देखो तुम मेरी हेल्प कर सकते हो अगर तुम चाहो तो। सुशील ने कहा क्या है भाभी आप तो मेरी दोस्त भी हो और भाभी मां भी हो बताइए अपने इस देवर के लिए क्या कहा गया है। देखो सुशील तुम जानते हो कि कल मां जी ने मुंह दिखाई का प्रोग्राम रखा है मैं मुझे खाई मैं तो चली जाऊंगी पर मेरे पैर में मोच है और अगर सभी औरतों ने नाचने के लिए कहा तो मैं नाच नहीं पाऊंगी और मेरी बेजती हो जाएगी।
भाभी ने कहा वह तो ठीक है पर मैं आपकी कैसे और क्या मदद कर सकता हूं कृपया बताइए तब भाभी ने कहा। मुंह दिखाई में मैं बैठ जाऊंगी पर जब वह नाचने को कहेंगे तब मैं किसी बहाने से कमरे के अंदर हां जाऊंगी वहां तुम पहले से ही, बिल्कुल वैसी ही ड्रेस पहन कर तैयार रहना जैसी मैं पहने रहूंगी।फिर मेरे जगह पर तुम सभी औरतों के बीच में चले जाना और नाचना तुमको आता ही है मैं कॉलेज में तुमको औरत के गेट अप में काम करती हूं देख चुकी हूं तो तुम नाच कर के मेरी और अपनी दोनों की इज्जत बचा सकते हो।
बस क्या चीज सुशील ने हां कर दी ,अगले दिन जब मुंह दिखाई का प्रोग्राम चल रहा था तो उसके पहले ही भाभी ने सुशील को अपने तरह के पूरे कपड़े पहना कर बिल्कुल दुल्हन जैसा मेकअप कर दिया और आर्टिफिशियल ज्वेलरी भी पहना दी पैर में पायल बिछिया मांग टीका नथनी सिंदूर बिंदी लिपस्टिक हेयर विग सब लगाकर उसे पूर्ण औरत बना दिया।
अब वहां साड़ी ब्लाउज पहनकर पूरी तरीके से औरत पहनकर भाभी के कमरे में बैठा था कहने का मतलब यह था कि उस समय भाभी के कमरे में 2 औरतें की एक पारी और दूसरा सुशील।
दोनों ने एक ही तरीके के कपड़े पहन रखे थे मेकअप भी एक जैसा था सेम तरीके की ज्वैलरी पहल सकती थी बस केवल चेहरे में अंतर था अगर कोई बाहर से चेहरा ना देखें और घूंघट चढ़ा हुआ हो तो दोनों में कोई अंतर नहीं था। फिर क्या था तय समय पर भाभी मुंह दिखाई के कार्यक्रम में अंदर चली गई।
सुशील कमरे में बैठा रह गया और जैसा की भाभी को आशंका थी मुंह दिखाई में भाभी को ढेर सारे गिफ्ट मेरे पर उसके बाद एक औरत ने कहा कि बहू जरा नाच करके दिखाना। भाभी ने कहा ठीक है पर मैं जरा बाथरूम हो कर आती हूं तब भाभी अपने कमरे में चली आई और अटेस्ट बाथरूम में जाने के बहाने कमरे में रुक गई। कमरे से बाहर सुशील निकला जो कि भाभी के गठन में था उसने सभी औरतों के बीच में ढेर सारा डांस किया कई गानों पर औरते र ढोल बजाती रही और सुशील एक औरत की तरह नाचता रहा।
इस तरीके से सुशील को उसकी भाभी ने क्रासड्रेस करके एक नचनिया बना दिया भले ही 1 घंटे के लिए,।
तब से स सुशील और उसकी भाभी आपस में मजेदार ट्रन का आनंद ले रहे हैं जब भाभी का मन होता है या सुशील कहता है तो भाभी सुशील को एक औरत के रूप में तैयार कर देती है और फिर दोनों हंसी मजाक करते हैं, यह मजेदार प्रोग्राम आज भी जारी है।

पार्वती-नही भूलेगी वो रात-2

 पार्वती-नही भूलेगी वो रात-2

पवन ने देखा आंटी जी के सारे कपड़े और बालकनी में लगे थे, आंटी जी को रात देर तक आना था या सुबह भी हो जाती इसके पवन ने सोचा, कि मौका अच्छा है दावत पुराने का वैसे भी उसे क्रासड्रेसिंग का शौक था। उसने झट से आंटी जी के कपड़े यानी की साड़ी ब्लाउज ब्रा पेंटी पेटीकोट सब निकाला, और एक के बाद एक साथ पहन लिए Iफिर चेहरे पर हल्का सा मेकअप किया, उसका रंग काफी गोरा था इसलिए ज्यादा दिक्कत उसे नहीं हुई उसने फाउंडेशन क्रीम पाउडर लगाकर लिपस्टिक बिंदिया लगा ली और सिर पर विग पहन लिया। जब वह सज-धज कर तैयार होकर आईने के सामने पहुंचा तो वह खुद को पहचान नहीं पा रहा था। कोई भी उसे देखकर या नहीं कर सकता था कि वह नई नवेली दुल्हन नहीं है। छोटी आंटी अपना रूम खुला छोड़ गई थी और उनकी सारी ज्वेलरी उसी रूम में थी तो उसने सारे जल्दी निकालकर पहन ली।कुल मिलाकर वह पूरी तरह पार्टी में जाने के लिए एक औरत बन चुका था तभी वहां पर सुनील आ गया उसमें अंदर कमरे में घुसते ही पूछा तुम कौन हो यह मेरे कमरे में क्या कर रही हो। दरअसल पवन दीवार की ओर सिर करके खड़ा था इसलिए सुनील उसे पहचान नहीं पाया था तभी पवन ने अपना चेहरा घूम आया तब सुनील ने कहा,यह सब क्या है,तुम औरत क्यों बन गई पवन। पवन बोला ज्यादा चिल्लाओ मत अगर हम को दावत उड़ानी है तो हमको इस तरह ही खाना पड़ेगा वहां पर कपल्स को एलाऊ है और हम कपल्स बनकर ही जाएंगे मैं वाइफ जाती हूं और तुम हस्बैंड बन जाओ। पर अगर पकड़े गए तो बहुत बेज्जती होगी सुनील ने डरते हुये कहा। तुम फट्टू के फट्टू ही हो हमेशा डरते रहते हो। काफी कहासुनी के बाद सुनील चलने को तैयार हो गया वह कपड़ा अच्छा पहने हुआ ही था बस पवन ने अपना फाइनल टच लिया और चेहरे पर हल्का सा घूंघट निकाल कर मकान का दरवाजा बंद किया फिर सुनील से कहा देखो तुम हस्बैंड हो इसीलिए आगे तुम्हें ही चलना होगा मैं तो तुम्हारे पीछे-पीछे चलूंगी और हां अब मैं पवन नहीं हूं बल्कि पार्वती हूं और तुम मुझे इसी नाम से वहां बुलाओगे। पवन यानी पार्वती सीधे चल पड़ी, सुनील आगे आगे पार्वती पीछे पीछे दोनों जब गेट पर पहुंचे तो चौकीदार ने खून से कार्ड मांगा पवन निकाल निकाल कर दिखा दिया चौकीदार बोला आइए मैडम सीधे दाएं और चली जाए। वहीं पर सारी व्यवस्था है फिर सुनील और पार्वती दोनों पार्टी में पहुंच गए वहां खाने की अच्छी व्यवस्था से बफर सिस्टम था सभी अपने हाथ से लेकर खा रहे थे पार्वती और सुनील दोनों ने खाना निकाल लिया और खाने लगे। तभी एक मैडम जी आई और बोली भाई साहब आप भी नई नई शादी हुई है कम से कम मैडम जी को हाथों से खिला तो दीजिए।सब सुनील पार्वती को अपने हाथों से चलाने लगा पार्वती को औरत की एक्टिंग करने में बहुत मजा आ रहा था वह बिल्कुल मटक रही थी पर सुनील को यह बिल्कुल भी अच्छा नहीं लग रहा था वह डर रहा था कहीं कोई पहचान में आ गया तो क्या होगा। खैर किसी तरह उन दोनों ने खाना खाया और उसके बाद जैसे ही बाहर निकलने लगे तुरंत ही एक कपल्स ने कहा भाई साहब आइए डांस फ्लोर पर तो आइए कम से कम नई-नई मैडम जी को डांस तो करा दीजिए सुनील ने सुना और भौचक्का रह गया। पर पार्वती उसका हाथ पकड़कर ट्रांसफर की होती गई और रास्ते में बोली यदि तुम ऐसा नहीं करोगे तो लोग समझ जाएंगे कि हम लोग पति पत्नी नहीं हैं। फिर सुनील गौरव पार्वती डांस फ्लोर पर और लोगों के साथ डांस करने लगे डांस कर ही रहे थे तभी एक अधेड़ उम्र का आदमी आकर पार्वती से बोला मैडम में आई डांस विद यू ,बस फिर क्या था पार्वती सुनील का हाथ छोड़ कर उस अधेड़ उम्र के आदमी के साथ डांस करने लगी वह आदमी पार्टी की कमर में हाथ डाल कर डांस कर रहा था यह देखकर सुनील को गुस्सा आ रहा था। वह सोच रहा था कि पार्वती वास्तव में ही औरत होनी चाहिए थीIनालायक पवन कैसे बन गया। तभी वह देखकर भौचक्का रह गया क्योंकि अधेड़ उम्र का आदमी लगभग 15 मिनट डांस करने के बाद पार्वती को ₹5000 दे रहा था। वह पार्वती से कह रहा था डार्लिंग मुझे तुमहारे साथ डांस करने में बहुत अच्छा लगा तुम बहुत ही खूबसूरत और अच्छी हो। लगभग आधे घंटे बाद पार्टी खत्म हो गई थी सुनील और पार्वती भी वापस घर की ओर लौट पड़े। उन्होंने घर पहुंच कर देखा मकान का ताला अभी तक बंद था पार्वती तो घबरा नहीं रही थी पर सुनील ने राहत की सांस ली घर पहुंचकर पार्वती ने अपना सारा मेकअप और आंटी का ड्रेस उतार दिया।
पूरे कमरे में जहां भी सामान बिखरा हुआ था सब यथावत अदाकरिया सफाई भी कर दी जिसमें आंटी को जरा भी भनक ना मिलेगी उनकी ड्रेस और मेकअप का सामान इस्तेमाल किया गया है फिर फिर पार्वती अपने नॉर्मल कपड़े पहन कर जा कर सो गई। इस तरीके से सुनील और पवन ने दावत का मजा लिया मजा तो वास्तव में पवन ने लिया जिसने। पार्वती बनकर ₹5000 भी कमा लिया।

पार्वती-नही भूलेगी वो रात

 

पार्वती-नही भूलेगी वो रात-

पवन और सुनील दोनों जिगरी दोस्त थे दोनों शहर में रहकर इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे थे दोनों के माता-पिता सामान्य परिवार से थे। गांव में रहते थे, पवन और सुनील अपने अपने घर से खाने पीने का सामान यानी गेहूं चावल यह सब ले आया करते थे शहर में बस सब्जी का खर्चा था और मकान का किराया इस स तरीके से दोनों अपनी पढ़ाई कर रहे थे। स्टूडेंट की लाइफ कैसी होती है यह तो हम सभी जानते हैं सादा खाना बस, वैसे भी बॉयज को खाना बनाने में अक्सर आलसी लगता है और वह दाल चावल या फिर खिचड़ी और कभी-कभी रोटी सब्जी बना लेते हैं। स्वादिष्ट घरेलू और चटपटा खाना तो उन्हें तभी नसीब होता है जब वह घर में रह जाते हैं। ऐसा ही दोनों दोस्तों के साथ भी हो रहा था दोनों बस अपनी नार पर लाइव चला रहे थे और पढ़ाई कर रहे थे।हुआ यूं कि पड़ोस में एक जगह शादी का पंडाल लगा हुआ था। और हलवाई स्वादिष्ट खाना बना रहा था मिठाईयां भी बना रहा था खुशबू उन दोनों के कमरे तक आ रही थी। पवन का मन था कि पंडाल में चल कर खाना खाया जाए और आज शाम का खाना बनाने का प्लान छोड़ दिया जाए।मिलने भी पवन का साथ दिया और कहा चलो आज खाना नहीं बनाते हैं और शादी में चल कर खा कर आ जाते हैं फिर उन दोनों दोस्तों ने, अपने अपने कपड़े प्रेस किए और नहा धोकर तैयार हो गए फिर पवन ने कहा अभी तो शाम के 8:00 बजे हैं खाना तो 9:00 बजे के बाद ही शुरू होगा क्योंकि दुल्हन का रिसेप्शन है, सुनील ने कहा ठीक है पर जब हम लोग तैयार हो गए गए हैं तो चलो एक राउंड घूम कर आते हैं देखते हैं क्या नजारा है वहां का, पवन और सुनील दोनों घूमते हुए पंडाल के पास पहुंच गए वहां जाकर देखा तो जितने भी लोग अंदर जा रहे हैं सबके कार्ड चेक किए जा रहे हैं।

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अब क्या करेंगे सुनील ने कहा पवन बोला परेशान मत हो हम जो खाना खाकर बाहर निकलेंगे उनमें से किसी एक से कार्ड मांग लेंगे और उसके बाद अंदर चले जाएंगे बहुत से लोग ऐसे हैं जो खाना खाने के बाद इतना तो उपकार कर ही देंगे कि हम भी अंदर जाकर खाना खा सके। कुछ देर में ही खाने का प्रोग्राम शुरू हो गया अंदर लोग जाकर खाना खाकर आ रहे थे सब के कार्ड कैट की पर चेक कर रहा था और उसके बाद उन्हें अंदर जाने दे रहा था पवन ने देखा कि बहुत से लोग इनविटेशन कार्ड लेकर ही बाहर आ रहे हैं। पवन तुरंत ही आगे बढ़ कर एक अंकल के पास गया और बोला अंकल जी अपना इनविटेशन कार्ड मुझे दे दीजिए मुझे उसका डिजाइन चेक करना है।

उस आदमी ने कहा बेटा मैं जानता हूं तुम इनविटेशन कार्ड लेकर अंदर जाकर खाना खाना चाहते हो मगर ऐसा कर नहीं सकोगे पवन की चोरी जैसे पकड़ी गई।उसने कहा अंकल ऐसी बात नहीं है इस पर वह आदमी बोला बेटा मैं तुम जैसे लोगों को अच्छी तरह जानता हूं मगर मगर इसमें कोई बुराई भी नहीं है जब मैं पढ़ाई करता था तो मैं भी जाकर शादी विवाह में खाना खाकर आ जाता था लेकिन यहां पर एक प्रॉब्लम है बेटा। पवन ने कहा वह क्या अंकलIआदमी ने कहा यहां केवल वही लोग एंट्री कर सकते हैं जो कपल्स हो यानी एक मेल और उसके साथ में एक ईमेल और अगर तुम्हारे साथ कोई दोस्त हो या तुम अकेले हो तब भी अंदर नहीं जा सकते हो क्योंकि वहां कपल्स को एलाऊ किया गया है यहां तक कि आप अपनी गर्लफ्रेंड को भी लेकर नहीं जा सकते हो। और हां दुल्हन के लिए गिफ्ट लेकर जाना भी वहां अनिवार्य है बिना गिफ्ट के तो अंदर जाओगे कि नहीं। खैर मैं कार्ड तुमको दे देता हूं इसलिए तुम्हारी हसरत बाकी ना रह जाए।पवन इनविटेशन कार्ड लेकर सुनील के पास पहुंचा और सारा माजरा का सुनाया सुनील मायूस हो गया उसने कहा यार इसी चक्कर में आज मैं मार्केट भी नहीं गया और घर में राशन भी ज्यादा नहीं है आटा तो बिल्कुल ही नहीं है अब चलो चावल ही उबालकर खाते हैं।दोनों वापस अपने रूम पर पहुंच कर वहां पर देखा कि मकान मालकिन दरवाजा बंद करके जा रही थी और उन्हीं का इंतजार कर रही थी। दोनों के पहुंचते ही बोली बेटा घर देखना मैं कल सुबह तक आऊंगी रिश्तेदारी में जा रही हूं जरूरी काम है और हां घर अंदर से बंद कर देना और छत पर जो कपड़े पड़े हैं उन्हें उठाकर नीचे कर देना मुझे जल्दी है नहीं तो मैं नीचे कर जाती। कोई बात नहीं आंटी आप जाइए मैं देख लेता हूं सुनील ने कहा। बुझे हुए मनसे सुनील और पवन दोनों ऊपर पहुंचे अंकल और आंटी जा चुके थे।पवन जब छत पर पहुंचा और लाइट जलाई तो उसने देखा की छत पर आंटी का ढेर सारा कपड़ा पहना हुआ था जिसने ब्रा पेंटी साड़ी ब्लाउज सब कुछ था और आंटी गलती से अपने अलमारी की चाबी भी छोड़ कर चली गई थी शायद वह ज्यादा ही जल्दी में थी

continue in next part………….

हमशक्ल भाभी

  हमशक्ल भाभी अमन के भैया की शादी हुई थी भाभी बहुत ही सुंदर थी और बहुत ही सुशील लड़की थी वह पढ़ी-लिखी भी थी पर उनमें घमंड एक पैसे का भी नही...