Saturday 6 February 2021

सिलाई कढ़ाई वाली टीचर-2

 

                            सिलाई कढ़ाई वाली टीचर-2


पिछले भाग में आप पढ़ चुके हैं कि कैसे अमित की बहन अमित को एक औरत के रूप में अमिता बनाकर सिलाई कढ़ाई वाली क्लास में भेज देती है जैसे ही अमिता क्लास में प्रवेश करती है, लड़कियां बोलती हैं गुड इवनिंग मैडम अब आगे पढ़िए
गुड इवनिंग गर्ल्स अमिता ने अपनी साड़ी का पल्लू ठीक करते हुए गर्ल से कहा। हां तो लड़कियों आज कौन सा टॉपिक आप लोगों को बताना है। लड़कियों ने कहा मैम आज ब्लाउज सिलना सिखा दीजिए। अमिता बोली नहीं आज मैं तुम लोगों को पेटीकोट बनाना सिखाऊंगी। ब्लाउज बनाना कल सिखा दूंगी। ओके मैडम लड़कियां बोली। तब अमिता ने ब्लैक बोर्ड पर ब्लाउज की कटिंग कैसे की जाती है उसे लड़कियों को सिखाया उसने लड़कियों को सादा पेटीकोट सिलना और कलीदार पेटीकोट सिलना दोनों बतायाI

दीदी ने अमित को सिलाई मशीन पर बैठकर सिलना भी सिखा दिया था सो अमिता अपनी साड़ी और ब्लाउज के पल्लू को संभालते हुए सभी लड़कियों को सिलाई मशीन पर बैठ कर पेटीकोट सिलना सिखाने लगी। लड़कियां भी उसे मैडम मैडम कहकर अच्छी तरीके से सब कुछ सीख रही थी पहली बार अमिता को लग रहा था कि वह लड़का नहीं एक लड़की है। लगभग 1 घंटे तक अमिता लड़कियों को सिखाती रही । छुट्टी करने के बाद सभी लड़कियां कोचिंग क्लास से चली गई केवल दो लड़कियां बच गई, उनके पापा उनको रिसीव करने आते थे। 10 मिनट तक अमिता को भी वहां रुकना पड़ा क्योंकि लड़कियां सेंटर में थी। एक गार्जियन लड़की को तुरंत लेकर चले गए दूसरे अमिता से बात करने लगा।

आप नई मैडम है क्या यहां की गार्जियन ने पूछा अमिता बोली हां मैं कुछ दिनों के लिए यहां आई हूं। पुरानी मैडम को कुछ हो गया है क्या गार्जियन ने पूछा। अमिताभ होली हां उनकी तबीयत खराब है। उन्होंने हमेशा से पूछा आप कहां की रहने वाली हैं, अमिता ने बताया ज्यादा नहीं बस यहां से 2 किलोमीटर दूर है। गार्जियन ने कहा चलो मैं आपको घर तक छोड़ देता हूं, नहीं-नहीं आप रहने दीजिए मैं ऑटो से चली जाऊंगी अमिता ने कहा। तब वे गार्जियन अपनी लड़की को लेकर चले गए और अमिता भी कोचिंग सेंटर से निकल पड़ी घर के लिए। अभी वह कुछ दूर ही चली थी कि उसे ऐसा सुबह की कोई उसका पीछा कर रहा है। अमिता ने पीछे पलट कर देखा तो पाया कि 2 लड़के, उसका पीछा करते हुए आ रहे थे

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अमिता ने तेज चलना शुरू किया तभी उन लड़कों में एक ने आगे बढ़कर अमिता को रोक लिया। कहां की रहने वाली हो मैडम उसने पूछा,अमिटा बिना जवाब दिए आगे बढ़ने लगी, उस लड़के ने अमिता का हाथ पकड़ लिया, और बोला हमको भी सिलाई कढ़ाई सिखा दो मैडम। यह कहते हुए वह हंसने लगा। अमिता ने कहा क्या आपके घर में मां और बहन नहीं है जो दूसरों की मां और बहन को परेशान करते हो। कल दूसरा लड़का भी पीछे से आ गया और बोला। लगता है मैडम आप बहुत चालू किस्म की हैं, इतनी आसानी से पटने वाली नहीं है पर हम भी ऐसे वैसे आशिक नहीं हैं। जिसे चाहते हैं उसे, हासिल कर लेते हैं वैसे भी आपकी उम्र हो गई है जवानी का मजा तो आप लूट की छुट्टी होगी। अमिता को बहुत zoro का गुस्सा आ रहा थाI

पर उसने कहा, देखो मुझे जाने दो बेवजह परेशान ना करो मैं तुम जैसे लोगों से उलझना नहीं चाहती। पहला वाला लड़का बोला जानेमन एक पप्पी दे दे तो हम चले जाएंगे। अमिता के दिमाग में आया कि ऐसे तो यह लोग दीदी को भी परेशान करते होंगे। इसलिए इन्हें सबक सिखाना ही होगा। काफी तंदुरुस्त था उसने कराटे भी सीख रखी थी, औरत के गेटअप में उसे कुछ परेशानी जरूर होती पर वह इन दोनों को एक साथ सबक सिखा सकता था। अमिता के मना करने पर भी उन लोगों ने जाने का रास्ता नहीं दिया तब अमिता ने उन्हें सबक सिखाने का निश्चय किया।

उसने पैर का एक जोरदार प्रहार पहले लड़के के पैरों के बीच किया, वह सीखता हुआ नीचे गिर गया, अमिता का जोरदार घुसा दूसरे लड़के के नाक पर लगा उसके नाक से खून गिरने लगा I

दोनों लड़कों को उसी हालत में छोड़कर अमिता आगे बढ़ गई, तभी एक औरत आई और बोली। बहुत अच्छा किया बहन जी आपने, ऐसे लोगों के लिए यही काफी है इन्होंने मां और बहनों का निकलना दूभर कर दिया है आपने कराटे सीख रखा है शायद, जी हां अमिताभ बोली और फिर आगे बढ़ गई। घर पहुंची तो दीदी ने पूछा कैसा रहा आज का कोचिंग क्लास। अमिता ने कहा बहुत अच्छा रहा दीदी कोई समस्या नहीं हुई बस लड़कियों के ज्यादा प्रश्नों के उत्तर से मैं उलझ गई थी और मुझे नर्वसनेस होने लगी थी, कोई बात नहीं बस कुछ दिनों की बात है उसके बाद मैं ठीक हो जाऊंगी दीदी ने हंसते हुए कहा तब तक तुम ही दीदी बनकर कोचिंग चली जाओ। तब अमिता ना हाथ मुंह धो कर फ्रेश होने लगी, बनाई और दीदी के साथ चाय पीने लगी

अगले दिन अमिता को लड़कियों के लिए ब्लाउज की कटाई और सिलाई सिखानी थी तो दीदी अमित को वह सिलना और बनाना सिखाने लगी, दीदी ने पूछा अमिता तभी साड़ी ब्लाउज में दिक्कत तो नहीं होती यह प्रॉब्लम हो तो सलवार सूट भी पहन सकती हो। दीदी कोई प्रॉब्लम नहीं वैसे भी औरत होने का असली आनंद तो साडी ब्लाउज में ही आता है। सच कह रही हो अमिता दीदी बोली अभी में आपस में हंसी मजाक करते हुए खाना खा ही रही अभी एक फोन आया। कल तक कोचिंग क्लास का किराया देना है मैडम जी नहीं दे सकती हैं तो कमरा खाली कर दीजिए, दीदी ने कहा ठीक है मैं व्यवस्था बनाती हूं। अब क्या होगा अमिता लगता है कि मुझे रूम खाली करना पड़ेगा क्योंकि कल तक किराए का कोई जुगाड़ नहीं हो सकताI

अमिता ने कहा परेशान मत हो क्योंकि कल शाम को किराया देना है तब तक कुछ ना कुछ हो जाएगा, ऐसा कहते हुए अमिता के होठों पर एक मुस्कान तैर रही थीI

………..continue in next part

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