Sunday 21 February 2021

नाच हिजड़ा नाच-नई क्रास ड्रेसिंगकहानी

 नाच हिजड़ा नाच-नई क्रास ड्रेसिंगकहानी



दोस्तों मेरा नाम श्रवण है और पैसे से मैं एक फार्मासिस्ट हूं मैं लखनऊ के एक हॉस्पिटल में काम करता हूं और मेरी उम्र इस समय 32 साल है आज मैं आपको अपनी रियल क्रश ड्रेसिंग स्टोरी सुना रहा हूं। यह उस समय घटित हुई थी जब मैं पहली बार शादी के बाद ससुराल गया था।
मैं शादी के बाद अपनी पढ़ाई पूरी करने चला गया था और मेरी वाइफ अपने मायके में ही रहती थी। मेरे एक प्यारी साली थी जो कि मेरी वाइफ से छोटी थी। वाह बहुत ही हंसमुख और चुलबुली थी। वहां मेरी सर आज भी थी यानी मेरे साले की वाइफ। वह भी एक अच्छी महिला थी। अचानक मेरी वाइफ की तबीयत खराब हो गई इसलिए मुझे उसके लिए कुछ सामान पहुंचाने ससुराल जाना पड़ा। मेरे सास-ससुर दोनों किसी रिश्तेदारी में गए थे। इसलिए घर पर मैं छोटी साली मेरी वाइफ और मेरी सरहज थी।जब मैं वहां पर पहुंचा तो पता चला कि मेरी सरहज ने एक लड़के को जन्म दिया है। वाह अब 8 दिन का हो चुका था। जब मैं वहां पहुंचा तो हिजड़े नाच रहे थे, मैं भी ध्यान से उन हिजड़ो का नाच देखने लगा, साली ने मुझे बैठाया नाश्ता पानी दिया पर मेरा ज्यादातर ध्यान उन हिजड़ों के नाच गाने पर ही था। यह देखकर साली बोली जीजा जी बहुत ध्यान से देख रहे हो क्या बात है। मैंने कहा नहीं नहीं ऐसी कोई बात नहीं यह अच्छा नाच रहे हैं इसीलिए मैं देख रहा हूं। साली का दिया हुआ नाश्ता करते हुए नाच देखता रहा। जब हिजड़े नाच गा कर चले गए तब मैं अंदर गया। मेरी वाइफ काफी नाराज थी बोली तुम्हें इतना देर हो गया आए हुए अंदर तो आ नहीं सकते थे पता नहीं क्या नाच गाने में रखा था। मैंने कहा अब तो आ गया हूं ना क्या बात है बोलो। तुम तो हर बात पर गाल फुली लेती होiवाइफ बिना कुछ बोले प्लेट उठा कर अंदर चली गई। साली ने मेरा बिस्तर बगल वाले कमरे में लगा दिया। बोली जीजू अभी आप यहीं सो जाओ रात में उठकर दीदी के पास चले जाना। मैंने कहा तुम्हें भी मजाक करने की आदत छुटी नहीं। वह हंसते हुए बोली जीजा साली का रिश्ता तो ऐसा ही होता है कि मैं गलत बोल रही हूं क्या। मैंने कहा नहीं नहीं क्यों नहीं ऐसा रिश्ता ही है हमारा। मैं बैठकर टीवी देखने लगा रात के लगभग 9:00 बज चुके थे। साली खाना लेकर आ गई। मैंने बड़े आराम से खाना खाया बहुत ही स्वादिष्ट खाना बना था। पूछा खाना किसने बनाया साली ने बताया दीदी ने बनाया है। मैंने कहा अच्छा जरा अपनी दीदी यानी मेरी वाइफ को भेजना। अंदर गई और फिर वापस आकर बोली दीदी तो आपसे नाराज हैं, मैंने कहा वह क्यों क्यों नाराज हैं बताएं तो।मैं ऑलरेडी क्लीन शेव रहता हूं इसलिए कोई ज्यादा परेशानी नहीं हुई मुझे औरत बनाने में साली को। उसने मेरा चेहरे का मेकअप किया क्रीम पाउडर लिपस्टिक बिंदी लगाई, गले में मंगलसूत्र और मांग में सिंदूर लगाया। सरहद की ब्रा पेंटी ब्लाउज साड़ी सब पहनाया। वह पड़ोस से चूड़ियां लेकर आ गई , मुझे पहना दी, पैरों में पायल पहनाई। कुल मिलाकर मेरा एक औरत के रूप में ट्रांसफॉरमेशन कर दिया। वह एक और बैठकर ढोलक बजाने लगी और मोबाइल पर गाना लगा दिया। कमरे का दरवाजा अंदर से बंद कर लिया। मुझे साली सरहज और अपनी वाइफ के सामने एक हिजड़े की तरह नाचना पड़ा। साली ने मेरे डांस का वीडियो भी बनाया। लगभग 2 घंटे तक में अलग-अलग गानों पर नाचती रहे। फिर मैंने कहा अब और मैं नहीं नाच सकती, घर में चारपाई पर लेट गई।मैं थक चुकी थी इसलिए मेरी आंख लग गई, अचानक मुझे महसूस हुआ कि कोई मेरे बिस्तर पर लेटा हुआ है, मैंने देखा मेरी वाइफ मुझसे चिपक कर लेती थी वह कह रही थी, मैंने तो मजाक मजाक में कहा था कि आप मुझे हिजड़े की तरह नाच कर दिखाओ मुझे यह नहीं पता था कि आप सच में साड़ी ब्लाउज पहनकर नाचेंगे, मैंने कहा तुम मेरी जान हो तुम्हारी नाराजगी तो मैं कभी बर्दाश्त ही नहीं कर सकता तुम्हारे लिए कुछ भी कर सकता हूं फिर यह साड़ी ब्लाउज पहन कर नाचना क्या चीज है, इस पर वाइफ की आंखों से आंसू गिरने लगे बोली आप मुझे इतना प्यार करते हो आज मुझे पता चला आगे से मैं कभी आपसे कोई जिद नहीं करूंगी, आपको औरतों की तरह नाचना पड़ा, तभी साली और सरहज आ गई बोली दीदी जान लो जीजू जैसा प्यार करने वाला कोई आपको और नहीं मिलेगा।तब से लेकर आज तक मेरी पत्नी और मैं प्यार से रहते हैं और कभी एक दूसरे पर गुस्सा नहीं करते पर वह दिन मेरी जिंदगी का एक यादगार दिन है जिसे मैं कभी भूल नहीं सकता(यह एक रियल कहानी है जो लखनऊ के एक फार्मासिस्ट द्वारा भेजी गई है इसे केवल शब्दों में रूपांतरित करने का काम सुनीता मिश्रा ने किया है)

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