सिलाई कढ़ाई वाली टीचर-5
अमिता काफी उलझन में थी कि कैसे वह दीदी के साथ फंक्शन में जाएगी औरत बनकर कोचिंग क्लास में जाना और लड़कियों को कहना अलग बात है लेकिन किसी फंक्शन को अटेंड करना उसमें औरतों के साथ उठना बैठना उनके जैसा काम करना यह कैसे संभव हो पाएगा यही अमिता सोच रही थी उसने सुबह उठते ही दीदी से कह दी दी, आप ही अकेले चली जाओ फंक्शन में मैं तो नहीं जाने वाली। दीदी ने कहा ऐसा नहीं हो सकता क्योंकि वह मकान मालिक की रिश्तेदार है और हमें उसके यहां काम करना पड़ेगा और तुम्हें कोई समस्या नहीं होनी चाहिए। वैसे भी आज बसंत पंचमी है और कोचिंग बंद रहेगी। शाम को तुम्हें भी कहीं नहीं जाना है घर में बैठ कर बोर होगी इस से अच्छा है कि वहां ही चलो। अमिता बोली पर दीदी मैं वहां क्या करूंगी वहां तो सब औरतें ही होंगी सजी-धजी रहेंगी, वहां तो मैं पक्का पकड़ी जाऊंगी मेरी पोल खुल जाएगी अच्छा होगा आप ही जाओI
दीदी ने कहा देखो अमिताभ मैं जानती हूं कि तुम क्यों डर रही हो पर ऐसी कोई बात नहीं है जब तुम पूरी तरीके से डिस्टर्ब हो जाती हो मेकअप कर लेती हो तो कोई भी तुम्हें यह नहीं समझ सकता कि तुम एक और नहीं हो तुमने कोचिंग में देखा ही होगा किसी भी लड़की को शक नहीं हुआ कि तुम एक लड़के हो। विश्वास करो तुम चलो वहां इंजॉय ही करोगे। फिर मान लो अगर वहां मेरी तबीयत ही खराब हो गई तो मेरी सहायता कौन करेगा इसलिए भी तुम्हारा मेरे साथ चलना जरूरी है। ओहो दीदी आप भी मुझे आखिर फसाए देती हो चलो चलती हूं मैं आपके साथ। इसके बाद अमिता नहा धोकर तैयार होकर अपने पूरे शरीर पर लोशन लगाया बाल सारे खत्म कर लिए,दीदी बोली परेशान मत हो आज मैं तुम्हारा मेकअप कर दूंगी इतना अच्छा मेकअप करूंगी कि एक नई नवेली दुल्हन की बात लगोगे कोई भी तुमसे ना तो ज्यादा बात करेगा और ना ही ज्यादा परेशान करेगा काम भी नहीं करना पड़ेगा। तब दीदी ने अमिता का मेकअप शुरू किया उसके चेहरे पर फाउंडेशन क्रीम पाउडर लिपस्टिक बिंदी लगाकर मांग में सिंदूर भर दियाI
बसंत पंचमी थी सो दीदी ने हरे रंग की साड़ी, लाल रंग का ब्लाउज पहना कर अच्छी ज्वेलरी पहना दी, कुल मिलाकर से सिर तक ऐसा हो गया कि वा नई नवेली बहू लग रही थी। 12:00 बजने वाले थे फिर क्या था दीदी झटपट तैयार हो गई उसने अपनी दवा पर्स में रखी और अमिता को पर्स टांगने कोका अमिता ने कहा यह तो आपका है पर दीदी ने कहा सजी संवरी औरत तुमको इसलिए पास भी नई नवेली दुल्हनों को ही रखना चाहिए।तब अमिता ने वह सुना हरे कलर का पर्स कंधे पर टांग लिया और दीदी के साथ लहराती बलखाती हाई हील सैंडल पहन कर फंक्शन की तो चल पड़ी। एक बड़े से हाल में प्रोग्राम किया गया था एक और औरतें बैठी थी और एक और पुरुष बैठे थे।

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अमिता वहां पहुंची तुरंत भीड़ में से मैडम जी नमस्ते की आवाज आई शायद मैडम जी को किसी लड़की ने पहचान लिया था अमिता इधर उधर देख ही रही थी कि दो लड़कियां उधर से आई और अमिता के पैर छूकर बोली मैडम जी आप तो बहुत सुंदर लग रही हैं। ऐसी बात नहीं है बस नॉर्मल मेकअप कर लिया है, अमिता बोली। अमिता और दीदी दोनों एक कुर्सी पर बैठ गई उन्होंने मिठाईयां खाई नाश्ता किया और बाद में खाना भी खाया उसके बाद जब सब महिलाएं डांस वगैरह करने लगी तो दोनों लड़कियां आई और बोली मैडम जी आप भी चलिए ना डांस फ्लोर पर ना चाहते हुए भी अमिता को डांस फ्लोर पर लड़कियों के साथ जाकर डांस करना पड़ा,
अमिता डांस फ्लोर पर डांस कर रही थी तभी किसी लड़के ने पीछे से अंगूर का गुच्छा खींचकर मारा जो सीधे अमिता की बूब्स पर लगा, लड़कियां इधर-उधर देखने लगी कि गुच्छा किधर से आया पर अमिता मुस्कुरा रही थी वह सोच रही थी कि सभी लोग तो उसे वास्तव में ही औरत समझ रहे हैं। आधे घंटे तक डांस हो गया था होता रहा फिर , लगभग 6:00 बजे के आसपास दीदी ने कहा चलो घर चलते हैं, क्योंकि दीदी की तबीयत कुछ खराब हो रही थी पर वह घर के लिए निकल नहीं पाए उनके चक्कर आ रहे थे यह देखकर एक मेहमान जो भी डॉक्टर भी थे उठकर अमिता की didi के पास आए और उनका चेकअप किया, bole घबराने की कोई बात नहीं है ,कोई बीमारी भी नहीं है केवल कमजोरी है,फिर उन्होंने दीदी को दो इंजेक्शन दिए और खाने के लिए कुछ दवाएं दी आधे घंटे में ही दीदी बिल्कुल ठीक हो गई।एक लड़के ने दोनों को बाइक पर बैठाकर घर पर छोड़ दिया। बस 2 दिनों में ही didi बिल्कुल ठीक हो गई अब वह कोचिंग जाने लायक हो गई तब उन्होंने अमिता se कहा देखो, तुम्हारे सहयोग के लिए शुक्रिया अब तुमको औरतों का गेटअप नहीं लेना पड़ेगा मैं कोचिंग कल से जाऊंगी। जी शुक्रिया अमिता ने कहा इस तरीके से अमिता का औरत का रूप धारण करने का काम खत्म हो गया। पर अमिता की दीदी ने उसके कपड़े उठाकर बक्से में रख दिये, अब अमित हर शनिवार और रविवार को औरत के गेट अप मे अपने घर में रहता था और कामकाज में दीदी का हाथ बटाता था इस तरीके से अमिता की क्रासड्रेसिंग कहानी आगे बढ़ती रही। अब अमित का ग्रेजुएशन पूरा हो चुका है दीदी भी पढ़ाई पूरी कर दी है और उसकी शादी होने वाली है पर अभी तक दीदी ने अमित के अमिता बनने का राज किसी को नहीं बताया है। अमित अब भी जब अकेला होता है तब औरत bankar इंजॉय करता है, अब उसके पास पूरा एक वार्डरोब तैयार हो चुका है, जिसमें ढेर सारी इंडियन फीमेल ड्रेस और वेस्टर्न ड्रेस है मेकअप का पूरा सामान है और वह अपने crossdressing का भरपूर इंजॉय कर रहा है।
यह कहानी वास्तव में एक पाठक द्वारा भेजी गई है, कुछ परिवर्तन इसमें मनोरंजन के लिये कर दिए गए हैं।
………………….the end
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